सकून के सिवा कोई और मंजिल अख्तियार मत करना। चाहिए सकून तो खुद के सिवा किसीसे भी प्यार मत करना। याद रख बात भरोसे के काबिल कोई नहीं इस जहाँ में, खुद और खुदा के सिवाय किसी का एतबार मत करना। खुदी