चिंटू, मिंटू, पप्पू, टप्पू चलो पतंग उड़ाने चले ढिल दो डोर को आसमान छूने चले.... टिपटिप बारीश गीर रही है चलो बारीश में भिगने चले बनाये नाव कागज की उसमें सैर करने चले.... इमली,बेर, चाॅकलेट कच्ची कैरी खाने चले खट्टी-मीठी यारी अपनी जिवनभर निभाते चले.... Rashmi बालकविता :- स्वरचित चिंटू, मिंटू, पप्पू, टप्पू चलो पतंग उड़ाने चले ढिल दो डोर को आसमान छूने चले.... टिपटिप बारीश गीर रही है