जमाने की हर चीज जहां पर थी वही पर है लेकिन अब इस जमाने मे सिर्फ तू नही है। नजरें भी वही है और नजारें भी वही हैं। इन खामोश सी हवाओं के इशारे भी वही है पर सुशांत सिर्फ तुम्हारी कमी सी हैं। वैसे तो यहां पर सब कुछ है भी और नही भी पर अब यहां पर सुशांत तुम्हारी यादें जरूर हैं। हर अश्कों में तुम्हारी खोयी हुई खुशियों की झलक हैं तुम्हारी बीती हुई हर सांस में घड़ियों की कसक हैं। तू चाहे जहां भी हो पर तेरा वो दर्द आज भी यही हैं। कोई हसरत नही है, अरमान नही है, ख्वाहिश नही है तेरी यादों के सिवा अब यहां कुछ और नही हैं। ©®दीपिका❤की कलम से..... तुमको ना भूल पाएंगे My Favourite Hero humesha tum hi Rahoge.... #Sushant_Singh_Rajput Miss you so much Sushant sir....