आजाद परिंदा हूँ मुझे आजादी से जी लेने दो मत बांधो ऐसे बंधन में जो मैं जी ना सकूँ मैं बंधन में नहीं रह पाऊँगा मुझे आजादी से जी लेने दो पिंजरे का पंछी नहीं हूँ मैं आजाद परिंदा हूँ आजादी से उड लेने दो आसमान छूने की तमन्नाऐ है दिल में मेरे उसे पूरा कर लेने दो आजाद परिंदा हूँ मुझे आजादी से जी लेने दो ©Mukesh Tyagi आजाद परिंदा हूँ मुझे आजादी से जी लेने दो #Dwell_in_possibility