हमारी तो कोई मंजिल नहीं थी हां मगर था एक रास्ता उनसे थी जैसी पिन्दारे #वफा उनसे हमें होना ही था #जुदा उनसे उनके होने से क्या थेे क्या कहें यूं समझिये था हमारा #खुदा उनसे हमने गजलों में सब वही लिखा है जो भी अब तलक था #सुना उनसे