ढलती शाम के साथ एक और शाम ढल गई उगते सूरज के साथ

ढलती शाम के साथ एक और शाम ढल गई 
उगते सूरज के साथ एक नई उम्मीद तो जगी
 लेकिन एक दिन और कम हो गए 
कौन कहता है कौन कहता है जिंदगी आसान  होती हैं 
जरा उन परिंदों से पूछो जिनको घर का पता ना पता है 
 उनके हालात से पूछो
रेत की तरह जिंदगी हाथों से फिसल रही है
 और हम हैं कि कहते हैं कि वक्त है अभी
 वक्त आने पर कर लेंगे पर वक्त तो यूं ही 
फिसलता जा रहा है वे वक्त में।

©Rk_karn1511अनकही सी बातें
  #Waqt #Dil #Rk_karn1511 #motivate #Dhire #Zindagi
play