तेरे इश्क़ के दरिया में गहराई तक डूबे है हम, ऊपर उठे भी तो कैसे... तेरी उन यादों से लिपटे है अभी तक, अपनी बाहें फैलाए भी तो कैसे... चाहते हैं हम भी निकले इस घुटन से आगे, पर बिना किसी कस्ती के सहारे हम, किनारे तक पहुंचे तो कैसे... - संध्या सोलंकी #yad #love #kinaro #jindgi #loveself #sad #Dilthi #self #trend