Nojoto: Largest Storytelling Platform

दरवाज़े तक छोड़ने तो आयी थी उसे सोचा कुछ देर वहीं कु

दरवाज़े तक छोड़ने तो आयी थी उसे
सोचा कुछ देर वहीं कुछ बाते हो जाएगी
अंदर सब के साथ कुछ बात हुई भी तो नही थी
मगर दरवाज़े पर रुके बिना वो
अपनी कार की ओर यूँ बढ़ गया
जैसे कोई सरोकार ही न रहा हो मुझसे
बेमन से मैं पलटी तो देखा पीछे जीजाजी खड़े थे
अब उसकी बेरुखी समझ गयी
और घर के भीतर चली गई
जाने क्यों कुछ रिश्तें हमेशा अधूरे ही रहते है देखा नहीं पलट कर'

एक शिकायत लिखें।

#dekhanahin
#yqbhaijan 
#yqdidi #yqbaba 
#collab  #YourQuoteAndMine
दरवाज़े तक छोड़ने तो आयी थी उसे
सोचा कुछ देर वहीं कुछ बाते हो जाएगी
अंदर सब के साथ कुछ बात हुई भी तो नही थी
मगर दरवाज़े पर रुके बिना वो
अपनी कार की ओर यूँ बढ़ गया
जैसे कोई सरोकार ही न रहा हो मुझसे
बेमन से मैं पलटी तो देखा पीछे जीजाजी खड़े थे
अब उसकी बेरुखी समझ गयी
और घर के भीतर चली गई
जाने क्यों कुछ रिश्तें हमेशा अधूरे ही रहते है देखा नहीं पलट कर'

एक शिकायत लिखें।

#dekhanahin
#yqbhaijan 
#yqdidi #yqbaba 
#collab  #YourQuoteAndMine