असो छठ करे जाईब हो। रूठल बाटे भाग, देख लागल बाटे आग, छठी मैया के हम्हू मनाइब हो, असो छठ करे जाईब हो। पियरी से भरल बाटे घटवा हो, कटवा ला तुहूं टिकटवा हो, की असो भास्कर के अरग चढ़ाईब हो, असो छठ करे जाईब हो। देख सूरज के लाली चढ़ल बा, गांव ज्वार से घटवा भरल बा, अबकी पनिया में डुबकी लगाइब हो, असो छठ करे जाईब हो। देख दउरा तनी का सजा ला, हाथे इखिया के बोझवा उठा ला, छठ वाला गितिया हम्हु गईब हो, असो छठ करे जाईब हो। छठ गीत #yqbhaskar