वादे ना उम्र बीते तन्हा सीमाओं का नो बंधन , ना कुछ भी तेरा हो,ना हो कुछ भी मेरा तुम हो जाओ मेरे, मै तुम मे समा जाऊ, ले चलो वहां तक तुम, जहां सिर्फ मुहब्बत हो , जुल्म -सितम की हर दीवार गिरादे, आ निभाए उनको,ताउम्र किए जो वादे। arvind bhanwra December (day 25) वादे