शोर की इन गुंज से रामजी बौखला गए, बिन चांदनी के रोशनी देख, कुछ इस तरह झल्ला गए.. कहा की अयोध्या लौट मै आया था, सालो-साल पहले को, बहुत दिनो से चुप रहा, आज मुझको कहने दो.. रावण का काज था ऐसा, इसलिए तो वो मरा था, इस बात पर जश्न कैसा? तु सोच तो जरा सा.. छुता गर कोई तेरी सीता को, तो तु भी वही कर जाता , भटकता और मै कितने दिन आखिरकार तो घर जाता.. हुँ तो मै भी इंसान मात्र, तुम जैसा ही आम हुँ, भगवन् ना बोल मुझको, मै तो बस राम हुँ... Happy diwali #hindi #poetry #quotes