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वो मुलाकात किसी हसीन ख्व़ाब से कम नही थी ! जिस मुल

वो मुलाकात किसी हसीन ख्व़ाब से कम नही थी !
जिस मुलाकात में मोहब्बत की सौगात छिपी थी
कुछ खुबसूरत जज्बात छिपे थे !
जिन्हें पुरा करने की चाहत बेहिसाब हुईं थी!
साथ चलकर एक दूजे के 
कुछ तो पूरे किये थे ख्व़ाब  हमने,
और कुछ अभी अधुरे थे!!
वैसे साथ तुम्हारे कुछ हाईवे नापे है मैनें, 
बैठकर पीछे वाली सीट पर तुम्हारी!
जब पहली बार तुम्हारें  कंधे पर हाथ रखा था मैनें,
याद है, तुमने कहा था कि बेफिक्र थाम लेना
तुम बाजूओं को मेरे
वादा है कभी गिरने नही दूगाँ तम्हें!!
ये कहकर तुमने हर्दय से लगाया था!
कितना खुबसूरत एहसास था वो 
जब इन अल्फाज़ों को तुमने 
अपनी कविताओं में पिरोया था
मैं बस तम्हें यूहीं निहारें जा रही थी 
और तुम मेरे हाथों को अपने हाथों में ले,
मुस्कराए जा रहे थे
बेहद दिलकश शाम थी वो 
जिसे पाकर कर हम ,
खुदा का शुक्र मनाए जा रहे थे!!!
-PP

©Miss Poonam.PP #ourmeeting 
#nojota #nojatohindi 
TAMANNA NAIN(taani) Hiyan Chopda dhyan mira Papia Majumder सुरेश'अनजान'  Sudha Tripathi
वो मुलाकात किसी हसीन ख्व़ाब से कम नही थी !
जिस मुलाकात में मोहब्बत की सौगात छिपी थी
कुछ खुबसूरत जज्बात छिपे थे !
जिन्हें पुरा करने की चाहत बेहिसाब हुईं थी!
साथ चलकर एक दूजे के 
कुछ तो पूरे किये थे ख्व़ाब  हमने,
और कुछ अभी अधुरे थे!!
वैसे साथ तुम्हारे कुछ हाईवे नापे है मैनें, 
बैठकर पीछे वाली सीट पर तुम्हारी!
जब पहली बार तुम्हारें  कंधे पर हाथ रखा था मैनें,
याद है, तुमने कहा था कि बेफिक्र थाम लेना
तुम बाजूओं को मेरे
वादा है कभी गिरने नही दूगाँ तम्हें!!
ये कहकर तुमने हर्दय से लगाया था!
कितना खुबसूरत एहसास था वो 
जब इन अल्फाज़ों को तुमने 
अपनी कविताओं में पिरोया था
मैं बस तम्हें यूहीं निहारें जा रही थी 
और तुम मेरे हाथों को अपने हाथों में ले,
मुस्कराए जा रहे थे
बेहद दिलकश शाम थी वो 
जिसे पाकर कर हम ,
खुदा का शुक्र मनाए जा रहे थे!!!
-PP

©Miss Poonam.PP #ourmeeting 
#nojota #nojatohindi 
TAMANNA NAIN(taani) Hiyan Chopda dhyan mira Papia Majumder सुरेश'अनजान'  Sudha Tripathi