लोग कहते है कि अब इश्क़-ए-रंग लगेंगा तुम्हें इस होली में। जनाब 5साल के दौर में रंग का एक कतरा तक न लगा और क्या कहें अब हम इस जूठे इश्क़ में।। एक दर्द से भरा गंजर उतरा पड़ा इस दिल में। उसके हाथों में रंग तो नहीं ख़ंजर देखा हैं मेने आज की घड़ी में।। य