Nojoto: Largest Storytelling Platform

मां बस एक शब्द और पूरी दुनिया है मां हर पल कुछ ना

मां
बस एक शब्द और पूरी दुनिया है मां
हर पल कुछ ना कुछ देते रहती है मां
जन्म देने से पहले नौ महीने कितना
 कुछ सह लेती है मां
जब गोद में बच्चा आता है 
खुद को भूल जाती है मां
रातों को खुद जाग कर  लोरी गा
बच्चे को सुलाती है मां 
सुख दुःख, खाना पीना खुद को भी भूल जाती है मां
बच्चों के लिए हस्ते हस्ते कितना कुछ कर जाती है मां
बैठना उठना , चलना, बोलना सिखाती है मां
ना कोई उम्मीद ना कोई आस लगती है मां
अंधेरों में भी ज्योत जलाना सिखाती है मां
जीवन के हर परिस्थिति से बिना डरे
लड़ना सिखाती है मां
बस एक शब्द से बनी है लेकिन 
भगवान के बराबर कही जाती है मां
मेरे अल्फाज़....

©Bharti Rajpoot
  #Maa #मेरीमां
#मेरे_अल्फाज #मेरे_एहसास #दिल_की_आवाज़