सेंटा क्लॉज़ आता हैं अब भी आधुनिकता में दिग्भ्रमित तभी तो उसको दिखती नहीं गरीब की सूनी आँखे रोते हुए, उसकी राह निहारते बच्चे उसका दिल पसीज नहीं पाते अब उसके उपहार उन्हीं को मिलते हैं. जिनसे अपेक्षायें जुड़ीं हैं उसकी. बस यूहीं MARRY CHRISTMAS ©Kamlesh Kandpal #marryChristmas