Dear zindgi थोड़ा वक़्त निकाल लिया करो, इसको भी कभी खुद से मिलने का मौका दिया करो, हद से कुछ ज्यादा ही प्यारी है ये, अगर एकबार मिल गयी तो सफर सुहाना कर देगी, कही लकीरो ओर मेहनतों के बाद मिली है एकबार चली गई तो बुलाने पर भी मुड़कर न देखेंगी माधुरी वाघसणा Dear zindgi