टूटने ओर बिखरने का चलन मांग लिया , हमने हालात से शिशे का बदन मांग लिया , हम भी खड़े थे तकदीर के दरवाजे पर , लोग दौलत पर गिरे हमने वतन मांग लिया ! Darshil.. #बलिदान