एक तरफ़ा प्यार है मौज इश्क़ तो ये मौजो की रवानी है जिस्म से परे ये मोहब्बत रूहानी है दो तरफा मोहब्बत में टकरार हुआ करते है एकतरफा में तो बेहिसाब प्यार हुआ करते है मिलने की लगी हो गर तलब दिल में दीदार से भी सुकून मिले ऐसी की आंखो से अश्क बनकर बहता पानी है गर नूर है मेरा यार तो वफ़ा भी मेरी रूमानी है ना नफ़रत ना तोहमत इसकी बात ही निराली है ये बेखौफ, मासूम, चंचल और मतवाली है पाने खोने का सवाल होता ही नहीं इसमें पा कर किसी को कैद करना प्यार सिर्फ जिस्मानी है। #Love #december#day 21#एकतरफा प्यार 😍😍