गुलाबों 🌹 के शहर में रहते हो कभी तितली बन के उड़ा करो। कभी इस फूल से उस फूल तक जी भर के मकरंद का मजा लिया करो। गुलाबों 🌹 के शहर में रहते हो कभी खुशबू बन के बिखरा करो। पत्ती पत्ती शबाब भरा है हर कली में कभी प्रेम से निहारो दिल से छुआ करो। गुलाबों 🌹 के शहर में रहते हो कभी तितली बन के उड़ा करो। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ गुलाबों 🌹का शहर