लैपटॉप में देखें हैं शहर सारे जहाँ के देखी नहीं अपनी गली खिड़की में बैठकर इक धूप में जलते हुए मजदूर का किस्सा लिखता है कलमकार अब ए.सी.में बैठकर विनोद कुमार मौर्या