मेरा रोना उस मुस्कान के पीछे में लड़ता रहा दिखाने को अपने गुनाह ताकि छिपी रह जाए मेरी तन्हा राह जहां मैं रोया हूँ उम्र के दो दशक होना चाहता हूँ आजाद इस कदर की भूल जाता हूँ हर दिन अक्सर मिलता है बार बार जो ये अवसर खत्म जल्द होगा मेरा ये सफ़र।।। कौन देखता है कि कोई किस हालत में है! #नहींदेखा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #168thquote #mait