पथिक तू पथ पर बढ़ता चल कंटक पथ पर मिलेंगे अपार कर से खींच-तोड़ फेंकता सब बाधाएं नतमस्तक करता चल दुविधा-संशय रात्रि आगमन विचलित कर देगा हृदय बहुत ले साहस,विश्वास पाथेय संग निरन्तर द्रुतगति से बढ़ता चल मंजिल भुजा पसार मिलेगी तुझे कर्मपथ पर सद्चित्त चलता चल निर्बल को संबल,दुआएं ग्रहण कर पथिक जीवन-पथ पर बढ़ता चल! 🌹 पथ- रास्ता,पथिक-रास्ते पर चलने वाला या यात्री अथवा राहगीर, द्रुतगति-तेज़ गति,पाथेय-यात्रा के लिए उपयोगी सामान,संबल-सहारा,सद्चित्त-सच्चा हृदय! #mनिर्झरा 26/10/2030 #rzmph #rzmph67 #yqthoughts #yqmotivation