बुझै वही जिन अन्तर सूझै, सांत असांत करे जन पावे कविता सघन शब्द शय्या है, लाख करोर एक कोई गावे वैसे तो कविता की महत्ता का collab था, लेकिन इसमें आत्मसाक्षात्कार का तत्त्व दिख रहा है शायद... deepti tuli and Fazal Imaan #yqbaba #alokstates #yqdidi #spaceweek #notmovingon #विकास #एककहानीऐसीभी #poemverse Collaborating with Fazal Imaan