घोटाला करना नेताओं के लिए खेल है, कानून इस मुल्क में अमीरों की रखैल है, अमीरों के लिए तो विदेशों में मौंज है, गरीबों के लिए ही बनाया गया जेल है, कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है भ्रष्टाचार से, बैंक है, सड़क है, बिजली है, या रेल है, अज़ीब-अज़ीब किस्म के लोग रहते हैं यहाँ, पता ही नहीं चलता मेल हैं कि फीमेल हैं, अय्याशी करते हैं गरीबों के पैसे लूटकर, खुलेआम यहाँ होता है ज़िस्मों का सेल है, वो पिज्जा बर्गर जैसे विदेशी फूड 9खाते हैं, हम गरीबों के लिए तो वही नून रोटी तेल है, सारी आजादी अमीरों के हिस्से आई है, गरीबों के लिए हर जगह कानूनी नकेल है, हमारे लिए तो पूरी ज़िन्दगी है " उनके लिए करोड़ों रुपये,हाथों की मैल है... सच्ची कविता