गोपियों के घर से , यमुना के तट तक गंगा की लहरों से , गोकुल की गलियों तक मथुरा की सुबह से , कुरु की संध्या तक कंस के वध से , पितामह की सैय्या तक हे! अजय तेरा ही यशगान है , तू ही जीवन ,तू ही मृत्यु ,तू ही तो संसार है । -@ditya #Jay_shree_krishna Komal ... khushi kumawat.. 😊 pooja negi#