ध्यान रखो बेटा कहीं मुझे बर्बाद करते करते खुद बर्बाद ना हो जाओ, कभी तो सही रास्ते आओ। में बेटी हूं पर मेरे बाप का बेटा बनूंगी, अब तुम जैसे लोगो की ना सुनुगी। मेरे मकसद से मुझे कोई दूर नहीं कर सकता, अब मेरी आंखो में धूल नी झोंक सकता। सच्चाई से जो टकराएगा वो , लाइफ में एक बार नहीं बार बार जूते खाएगा। जिस के मुंह में हर वक़्त गाली है, उसका सच कहूं तो दिमाग खाली है। इंसान अपने कद से नहीं बल्कि गुणों से ऊंचा होना चाहिए, अरे! भई हमें महफिलों में देख यू आपा भी नहीं खोना चाहिए। जमाना कैसा आया, जिस घर का खाया उसी घर की इज्ज़त को भरपूर उड़ाया। कुछ लोगों की निशानी, कहती हैं बस यही कहानी अपने घरों को आबाद रखने के लिए, दूसरो के घरों में आग लगाना,जलते दियो को बुझाना शिक्षा से कोई मुझे दूर कर सकता नहीं, अब मेरी मंजिल के लिए रब ले जाए, है मेरी मंजिल वहीं। _ ज्योति गुर्जर #कुछ_लोग