जब शाम ढले तू अा जाना जब रात जले तू अा जाना जिस्म की ख्वाहिश पहले भी ना थी जब देने को तेरा कोई ना मिले साथ अा जाना सर रख कर मेरी गोद में अपने सारे दर्द ओ गम तू भुला जाना जब लगे तड़प और मिलन की लगी हो प्यास बारिश की पहली फुहार बनकर जिस्म में स्फूर्ति जगा जाना #Life #अा जाना