मेरे सपने सपने इन आंखों के बहुत हैं, उन सपनो के हौसले भी उच्चे है, ये पाना चाहतीं हैं अपने हर मंजिल को, ये तय करना चाहतीं है हर सफर को, ये छूना चाहती हैं आसमां को, ये जाना चाहती हैं फलक तक, ये उड़ना चाहती है खुले अंबर पे, ये जीना चाहती है पल को, कुछ मेरे ऐसे ही सपने हैं, जो बस सिर्फ मेरे है। !! ©Saroj Bala (Nitu Mehta) #मेरे_सपने #Lights