मासूमियत में तेरी है बस्ती मेरी जान,, रखना सलामत मुस्कुराहटे होना न कभी तू परेशान,, भले हीे ज़माने की भीड़ में न हो कोई साथ तेरे,, आये ज़िन्दगी में मुस्किले या हो गम का तूफ़ान,, मासूमियत में तेरी है बस्ती मेरी जान... फिक्र-ओ-ख्याल में तेरी हर पल दिल मेरा रैहता है बेचैन-ओ-परेशान,, मजबूत है फैसला मेरा बनाऊ तुझे सरिक-ए-हयात इतना जैसे मेरा ईमान,, खो न दू कहीं तुझे तालाश-ए-मंज़िल में निकला हूँ अभी जो मैं ताे,, सुबह-ओ-शाम करता हूँ दुआए ता-उम्र सलामत रहे हमारी दास्तान,, मासूमियत में तेरी है बस्ती मेरी जान... #yqbaba #smile #innocence #dreams #life #lovequote #infinitelove