मिलने की कोई आस भी नहीं फिर भी शामिल हो तुम, मुझ में कहीं तुम्हारी यादों के सहारे, अब जीते हैं हम है हमें उम्मीद, शायद जीवन के किसी मोड़ पर, तुम मिल जाओ कहीं ♥️ Challenge-719 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।