उसके बयाह मै,सब कुछ उसकी पसंद का था,एक मैनह छोड़ क,चलो अच्छा किया उस न उसके बाप की इज्जत राखदी मारा दिल तोड क,मै बोलया जद आग लगा ही दि मेरी यादा क,तो मेरी तस्वीर की के लोड़ है,बोली तु नही समझ दा,बाकी गाड़ी फुला वाली उडे ही तो जावगी,जडे आपा पहली बार मिले थे,नयु बता आखरी बार देखन आवगा के उसी मोड़ प,जाडया मै सयाल दिया था उस न,जानदि जानदि उस न भी घेरगी, रोड़ प,इब हम जाडया मै उस न याद कर लया हा,उसी सयाल न औढ़ क,नयु तो हम भी अपनी जिंदगी न बरबाद कर लया दारु गैल,पर उस न एक ही चीज मुझसे मांगी थी आखरी बार,की मेरे जाये बाद दारु मत पिये हाथ जोड़ क ©PAGAL,SHAYAR,BEIMAN ISAK याद शायरी हिंदी