वक्त का पाबंद हूं पाबंद नहीं रहने दो जिस दिन खुल गया वक्त की चंगुल से उस दिन समझ लेना वक्त के पास भी वक्त नहीं रहेगा मुझसे वक्त लेकर मिलने के लिए... _Arist&writer Arpit Saini vkat ka pabnd hu