वो कहती है.... मोहब्बत और दोस्तों से भरोसा उठ गया है, अब उसे कागज और कलम पर ही भरोसा रहा है। मैंने कहा.... कलम भी टूट जाएगी कागज भी फट जाएंगे, इतना होने पर भी कहीं ओर भरोसा किए जा रही हो, अपने आप पर भरोसा करना कब सीखोगी?? #वोकहतीहैं वो कहती है.... मोहब्बत और दोस्तों से भरोसा उठ गया है, अब उसे कागज और कलम पर ही भरोसा रहा है। मैंने कहा.... कलम भी टूट जाएगी कागज भी फट जाएंगे, इतना होने पर भी कहीं ओर भरोसा किए जा रही हो,