यू बार-बार मुझसे शिकायत न करना, एक बार मुझको समझ भी लेना, हां भोली मैं थोड़ा ,कर बैठती हूं गलतियां, किसी फैसले से पहले मुझे आगाह कर देना, मेरी मिट्टी की सोच में थोड़ा खरपतवार उग जाती है, मेरे साथ रहकर ,तुम इसे हटा देना अगर मैं करूं कहीं ना समझी, तो मेरा दिमाग बनकर ,तुम मुझे समझा देना , अगर मैं भटकूं, अपनी राहों से , तो रोशनी बनकर ,,रास्ता दिखा देना, अगर ना मानूं, कभी तुम्हारी बात, तो डांट कर मुझे, थोड़ा रुला देना और फिर उन आंसुओं को खुद ही पोंछ कर मेरे घावों पर मलहम लगा देना मैं जानती हूं थोड़ी पागल हूं ,मैं मुझे समझा कर, मेरे भाई मुझे समझदार बना देना। #loveyoubhai #thisisforyou #sorryandthanks #aakankshatiwari