'सलाह' या अल्लाह बाहरी हूँ मैं काफ़िरों सी बात करता हूँ मगर तेरी भी इज्ज़त है सनातन साख रखता हूँ। हज़ारों तूने भेजे थे मगर वो काम ना आये आखिरकार जो भेजे नबी वो आखरी कहलाए। नबी अब और ना होगा कयामत क्यों ना आ जाए मगर कैसा रहेगा जो अगर आ जाए अदना सा एक राजा राम मोहन राय। #NaveenMahajan सलाह