#5LinePoetry जब तू नज़र तो आती है उंगलियों में उंगलिया कसी जाती है बालो में हाथ वैसे ही सुलझाना सब कुछ मुझे सोचकर तू कैसे कर पाती है ये बात ही कुछ और है या मुझे कुछ और समझ आती है परदे के पीछे खड़ी रह गयी हक़ीक़त और वो क़िरदार संग फरार हो जाती है तब मेरी नींद रूठ जाती है ©Yash Verma #Need #Bewafa #ditch #Bitch #5LinePoetry