न जाने क्यों अपने आप को इतना खोता जा रहा हूं मैं, जिन्हें मुझसे नहीं कोई वास्ता फिर क्यूँ उनके लिए रोता जा रहा हूं मैं I किसी को अपना मानना इतना गलत है क्या, अगर नहीं, तो फिर कौन से गुनाहों की सज़ा पाता जा रहा हूं मैं I -गौरव पांडे ✍ ©Gaurav Pandey #Travel #Shayari #Nojoto