वो जो तेरे मेरे बीच था, कुछ अजीब सा था ना पूरी दोस्ती थी, ना मुक्कमल इश्क सा था ना तुझे पाने की ज़िद थी, ना खोने का डर सा था तू किसी और का हो, पर इस बात से रंज सा था A.B. #AjibSa