"प्रेम है या कुछ और है.." मुझे नहीं पता.. यह 'प्रेम' है या कुछ और है बस इतना पता है तुम्हें देखना; तुम्हें सोचना ;तुम्हारी बातें करना मेरे दिल को सुकून देता है ग़म जब भी मुझे आ घेरता है तुम्हारा चेहरा मुझे याद आता है जब भी मैं खुश होती हूँ तुम्हारी मुस्कान आंखों में उतर आती है लोगों की बातों में जब होती हूँ 'मशगूल' तब भी तुम्हारी बातें याद आती हैं होता है जब भी कुछ अलग तब भी तुम याद आते हो जब सब कुछ चल रहा हो रोज़-सा तब भी तुम याद आते हो दिन की शुरुआत में तुम याद आते हो दिन के पलों में तुम याद आते हो जब रात में नींद के आगोश में चली जाती हूँ तब सपने में हसीन ख़्वाब बन कर आ जाते हो नहीं पता कि ये 'प्रेम' है या कुछ और है बस इतना पता है तुम्हें देखना ;तुम्हें सोचना; तुम्हारी बातें करना सुकून देता है मेरे दिल को..! M'निर्झरा'✍️🌹 यह प्रेम है या... #bestyqhindiquotes #yqdidi #yqhindi