ज़िंदगी कमज़ोर नहीं में..कम ज़ोर तेरा भी नही है बराबर का है मुकाबला ..गलत तो कोई भी नही है तुजसे लड़ना नहीं इसी लिए..सिर्फ लिख रहा हूं सजा ए मौत रोज़ देता हूं तुझे..तुझी से सीख रहा हूं लिख रहा हूं..