न जाने ऐसा दिन कब मिले चाहत का समय है, चाह लेने दो न जाने ऐसा दूसरा कौन मिले। सुप्रभात। रविवार का दिन, महकती सुबह, परिवार का साथ। जीवन में इससे अधिक और क्या चाहिए। #आरामकादिन #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi