आँसू सुख गए हों जैसे सिसकियाँ नहीं आती, तू नहीं है तो हमें हिचकियाँ नहीं आती। लिखने को लिख रखी है तेरे नाम की कई चिट्ठियां,, पर तू जहाँ है वहाँ चिट्ठियां नहीं आती।।।।। By .......SUNIL RATHORE... खुशवंत