किस्मत ने क्या खूब खेल खेला है, अन्दर ही अन्दर दिल हर किसी का अकेला है........ , अपनों कि खुदगर्जी ने खुशियों को लुटा है, हर मोड़ फकत-रुसवाई है, अचानक ही कतरा -कतरा बन आखें भर- सी आयी है, ©zassb@T t@nishka tripathi #deeplines #alone #sadfeelings #SAD #true #Zassbat