"महज़" यूँ तो उम्र बहुत लम्बी है, जीते मगर हम महज़ चंद पलों में हैं, कभी किसी ख़्वाहिश के लिए, कभी किसी के फरमाइश के लिए, कभी यूँही चाह कर हार जाने के लिए, कभी किसी के होंठों पर मुस्कुराने के लिए, कभी यारों संग महफिल जमाने के लिए, कभी इश्क़ में टूट कर इश्क़ हो जाने के लिए| यूँ तो मिलते इस ज़िन्दगी में जाने कितने किरदार है, जो दिल के मगर हक़दार है वो महज़ दो-चार है, यूँ तो हर रुत में कुछ खास होता है, मगर महज़ बरसात का ही अलग अंदाज होता है, कभी यारों संग भीगते हुए वो चाय की कुल्हड़ याद आ जाती है, कभी वो महबूब के संग भीगती हुई रात नज़र आ जाती है, यूँ तो महफूज़ रखा है हर याद को साथ उनके सफ़र बिताने के लिए, महज़ इक तेरी याद है जो भूलती ही नहीं, याद आने के लिए| #महज़ #vineetvicky #इश्क़ #julyvibes #यादें #हिंदीकविता