वादे करने से डरता हूं मैं वादे जो कि जगाते हैं उम्मीद हां वही वादे जो कभी दे जाते हैं आस रुठे बच्चे को आंखें मींचती दुखी मां को इंतजार करती रूह को वादे जो बांधे रखते हैं आस और उम्मीद के दरमियां के सफर को वादे जो ढकेल दिये जाते हैं समुद्र में बांध के किसी लहर को वादे कभी अकेले नहीं टूटा करते तोड़ जाते हैं भरोसे को ,रिश्तो को ,जिंदगी को खैर अब तो मैं खुद से भी कोई वादा नहीं करता। ये क्या जगह है दोस्तो ये कौन सा दयार है हद-ए-निगाह तक जहाँ ग़ुबार ही ग़ुबार है -शहरयार #yqbaba #yqdidi #yqquotes #love #yqtales #promise #yqdiary #life