खुद खाओ और छोटे भाई को भी खिलाते रहो। गला बेसुरा है तुम्हारा फिर भी दीदी तुम गाते रहो। हमेशा खुश, सूखी और संपन्न रहते हुए भी, सौ साल तक कंजूसों की तरह जन्मदिन मनाते रहो।। (जन्मदिन मुबारक हो नीकु दीदी) - आदित्य भारद्वाज #सौ #साल #तक #कंजूसों #की #तरह #जन्मदिन #मनाते #रहो।।