रामायण में, हर भाई अपना अधिकार छोड़ना चाहता है! (राम आदि) महाभारत में भाई अधिकार छीनना चाहता है! (कौरव) प्रेम व त्याग की पराकाष्ठा रामायण है! स्वारथ और लालच की पराकाष्ठा महाभारत है! अधिकारों पर कर्तव्यों का संघर्ष /स्थापना रामायण है! कर्तव्यों पर अधिकारों का संघर्ष /स्थापना महाभारत है! एक पक्ष की नीति सीमाएँ लांघ चुकी है! दूसरे पक्ष की अनीति भी सीमाएँ लांघ चुकी है! दोनों के मध्य संतुलन ही "जीवन की समरसता" है!! दोनों के मध्य संतुलन ही"जीवन की सफलता" है!! #संतुलन #सफलता. 03.04.20