जब तक कोई चीज सक्रिय नहीं हुई तब तक अस्तित्व हीन है गुमनाम है जब सक्रिय हो गई तो निष्क्रिय होना बहुत ही असंभव हो जाता है जब तक देखा नहीं सुना नहीं अजनबी अनजान है तब तक हृदय के छिद्रों में कोई भी रस कोई भी भाव नहीं है जैसे ही जान पहचान बढ़ गई भावनाएं जग गयी इससे अच्छा तो अजनबी अनजान बन के रहना ही ठीक था जब तक कोई चीज सक्रिय नहीं हुई तब तक अस्तित्व हीन है गुमनाम है जब सक्रिय हो गई तो निष्क्रिय होना बहुत ही असंभव हो जाता है