जीत के जहान को भी मैंने ये बाज़ी हारी है। लड़ लिए उसके लिए अपनों से भी बस अब उसकी चुप्पी भारी है। आख़िरी पन्ने में पहुंच के भी उसकी दास्तां लिखना जारी है। हैं नुकसान इश्क के भी सब कदमों में है, पर जिंदगी उस के संग प्यारी है कुछ वसूल दोनों की किस्मत के भी दोनों के सर परिवार की जिम्मेदारी है। पर जीत के जहान को भी मैंने प्रेम की बाज़ी जारी है। ©Sanjana Bhatt ©️Sanjana Bhatt . . . Don't post without permission . . #sanjanabhatt