धूप में वो दुपट्टा बांध खडी थी, उस दिन आसमान से धूप भी अंगार बन झडी थी, दिल कर रहा था फूंक मार के ठंडा करु उसे, फिर खयाल आया कहीं बुझ न जाये वो, आखिरकार वो भी तो एक फूलझडी थी। फुलझड़ी 🎆 #फुलझडी #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqthoughts YourQuote Didi Yq Gudiya #yqgudiya